Sunday 15 August 2010

ख़ुशी की खोज...


ख़ुशी को कहाँ ढूंढते हो..
अपने अन्दर झांको
अंतरात्मा में बहुत चीजें हैं
जो तुम्हें ख़ुशी देंगी
तुम ख़ुशी की खोज में
बहार भटक रहे हो
तुम क्या सोचते हो
ख़ुशी का कोई खजाना बाहर है
तुम वहां पहुँच जाओगे
एक बार तुम वहां जाओगे
तब एहसास होगा
ख़ुशी कहीं और है
और तुम भटक रहे हो
ख़ुशी की खोज में..!
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