Monday 11 February 2013

"नज़र..!!"



यूँ ही चलते चलते जब 
किसी की नज़रों में देखता हूँ 
तो लगता है 
हर नज़र कुछ बोलती है
होंठ तो खिले होते हैं
पर पलकें नम होती हैं
और दिलों में कुछ सपनों के 
अधूरे रहने का गम होता है ।।
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"हक़...!!!"

 तुम जो अगर, मुझ पर प्यार से.... अपना एक हक़ जता दो  तो शायरी में जो मोहब्बत है,  उसे ज़िंदा कर दूँ....  हम तो तेरी याद में ही जी लेंगे ... तु...